SDC PROJECT

कामयाबी का शानदार विकल्प
“ महान दार्शनिक इजराईली ने एक बार कहा था कि जिंदगी इतनी छोटी है कि इसे घटिया नहीं होनी चाहिये |”
इस अनमोल रत्न से आप क्या समझें ?
संक्षेप मे इसका मतलब यह हुआ कि अपनी इच्छाओ को क्यों मारते हैं ? आप की इच्छा होती है एक 
सुन्दर घर की, जो सारी-सुविधा से लैस हो, आप की इच्छा होती है कि आपके पास लाल रंग की एक 
आकर्षक कार हो, आप की इच्छा है शोहरत कमाने की, आपकी इच्छा होती है महत्वपूर्ण पर्यटन 
स्थल सैर करने की |
BUT YOU KILL YOUR DESIRES:
आप अपनी इच्छाओ को मारते है ये इच्छाएँ ही सपने (DREAM) कहलाते हैं | और जब आप सपने के 
लिये काम करते हैं तो आपका लक्ष्य (GOAL) होता हैं |
सफलता किसे कहते हैं ?
Success is the path alongwith you travel, Learn and Grow in the present of what you want 
(सफलता एक पथ है जिस पर आप चलते है, सिखते हैं और उस दिशा की ओर बढ़ते है जहां आपकी 
मंजिल होती है ) लेकिन सफलता आसान और सहज नहीं होती है | सफलता के रास्ते कष्टकर एवं 
जोखिम भरे होते है और ये जोखिम ही दरअसल सपने की कुंजी होती है |आपके पास आज जो कुछ 
है कल उससे ज्यादा पाना चाहते है तो प आज जो कर रहे है कल उससे अलग करने का जोखिम 
लेना होगा | इतिहास गवाह है कि कामयाब वे लोग ही हुये है जिन्होने लीक से हटकर काम किया | 
अगर आप कामयाब होना चाहते है तो आपको भीड़ से हटकर  कुछ नया, भिन्न करने का 
जोखिम लेना होगा |
क्या आप इसके लिये तैयार हैं ?
तो आपके पास केवल और केवल एक विकल्प है “नेटवर्क मार्केटिंग”
लेकिन नेटवर्क मार्केटिंग ही क्यों ? क्योकि
1. नेटवर्किंग का जन्म लगभग 1944 मे अमेरिका मे हुआ था जब वहा करोड़पतियों  की संख्या न के 
बराबर थी लेकिन आज कुल करोड़पतियों की संख्या लगभग 15 लाख से भी ज्यादा है, इससे साबित 
होता है कि नेटवर्क मार्केटिंग का आविष्कार करोड़पति बनने के लिये ही हुआ था |
2.एक सर्वेक्षण - रिपोर्ट 
  लोग
       पैसा
       समय
      सफल
   असफल
                    वर्ग
55%
        
ü   
   ❌
ü   
युवा , महिला , रिटायर्ड
30%
  
  ❌       
   ❌*   
ü   
नौकरी और दुकानदारी
10%
  ❌
*       
ü   
उद्योगपति
5%
ü   
ü   
ü   
*       
रॉयल्टी होल्डर =  1 %
जमींदार          =  1 %
नेटवर्कर         =   3%
            परिणाम 100 सफल लोगो मे 70 नेटवर्कर हैं |

3. नेटवर्क मार्केटिंग मे DUPLICACYPRINCIPLE काम करती हैं : 
आज पूरे अर्थजगत के लोग  DUPLICACYPRINCIPLE को सबसे शक्तिशाली और आधुनिक 
मानते हैं क्योकि इससे आपकी आमदनी और समय मे गुणात्मक वृद्धि ( Geometric Growth
होती है | आखिर DUPLICACYPRINCIPLE है क्या ? इस सिद्धान्त मे समय का Leverage होता 
है, कैसे ?इस सिद्धान्त के अनुसार आपका सबसे पहला काम होता है अपने बिजनेस का ही Best 
Customer बनना फिर सप्ताह मे 12 घंटे काम करे | उसके बाद 6 से 7 लोगो को आप Sponsor 
करे, उन्हे भी Best Customer तथा सप्ताह में 12-12 घंटे काम करने की सलाह  दें | इस तरह 
से आपका कुल काम लगभग 96 घंटे प्रति सप्ताह हो रहा है फिर उनकी भी मदद करे 6 से 7 लोगो 
को Sponsor करने में | इस सिद्धान्त से मात्र 2 घंटे प्रतिदिन काम करके भी सैकड़ो घंटे प्रतिदिन 
काम कर लेते हैं इसी को Leverage Of Time कहते है और आपकी आमदनी भी गुणात्मक रूप 
से बढ़ते जाती है |


MORE INFO @ 
SANTOSH KUMAR DUBEY 
9220995921




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